स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र:हमारे वाणी और व्यवहार में प्रेम, न्याय, पवित्रता के साथ-साथ दिव्य संस्कार भी रहने चाहिए

स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र:हमारे वाणी और व्यवहार में प्रेम, न्याय, पवित्रता के साथ-साथ दिव्य संस्कार भी रहने चाहिए