आंतें काट दी-लीवर फाड़ा, न पैसा ना ही पत्नी, फिर भाई के लिए भाई क्यों बना राक्षस

आंतें काट दी-लीवर फाड़ा, न पैसा ना ही पत्नी, फिर भाई के लिए भाई क्यों बना राक्षस